उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के तीसरे और पंजाब में एक ही चरण में होने वाले चुनाव के लिए प्रचार जोरो पर है। उत्तर प्रदेश में छठे चरण और मणिपुर के दूसरे चरण के लिए आज शाम नाम वापस लेने के बाद उम्मीदवारों की स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। विभिन्न राजनीतिक दलों के स्टार प्रचारक और प्रमुख नेता रैलियां कर रहे हैं। मतदाताओं से घर-घर जाकर प्रचार और वर्चुअल अपील भी जारी है।
उत्तर प्रदेश में तीसरे चरण के चुनाव के लिए मतदान 20 फरवरी को कराया जाएगा। इस चरण में अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित 15 सीटों सहित 16 जिलों के 59 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होगा। इनमें हाथरस, कांशीराम नगर (कासगंज), एटा, मैनपुरी, फिरोजाबाद, फर्रुखाबाद, कन्नौज, इटावा, औरैया, कानपुर देहात, कानपुर नगर, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी और ललितपुर जिले शामिल हैं।
इस चरण में 627 उम्मीदवार मैदान में हैं। एटा, महरोनी और महोबा सहित तीन सीटों के लिए अधिकतम 15, जबकि करहल सीट के लिए न्यूनतम तीन उम्मीदवार मैदान में हैं।
चौथे चरण का मतदान 23 फरवरी को अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित 16 सीटों सहित नौ जिलों के 59 विधानसभा क्षेत्रों में होगा। इस चरण के चुनाव में बहुकोणिय मुकाबला नजर आ रहा है। 59 विधानसभा सीटों के लिए कुल 624 उम्मीदवार मैदान में हैं। सवाजपुर के लिए अधिकतम 15 उम्मीदवार मैदान में हैं, जबकि पलिया और सेवाता में नयूनतम छह उम्मीदवार मैदान में हैं।
पांचवें चरण का मतदान 27 फरवरी को अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित नौ सीटों सहित 12 जिलों के 61 विधानसभा क्षेत्रों में होगा। इस चरण में कुल 692 उम्मीदवार मैदान में हैं। प्रतापपुर सीट के लिए अधिकतम 25, जबकि मिल्कीपुर, पयागपुर, बाराबंकी, जैदपुर, हैदरगढ़, सदर और कादीपुर सीट सहित सात सीटों के लिए न्यूनतम सात उम्मीदवार मैदान में हैं।
उत्तर प्रदेश में छठे चरण का मतदान 3 मार्च को अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित 11 सीटों सहित 10 जिलों के 57 विधानसभा क्षेत्रों में होगा।
उत्तर प्रदेश में सातवें चरण का मतदान अगले महीने की 7 तारीख को नौ जिलों के 54 विधानसभा क्षेत्रों में होगा, इनमें 11 सीटें अनुसूचित जाति के लिए और दो अनुसूचित जनजाति के लिए सुरक्षित हैं।
पंजाब की 117 सदस्यों वाली विधानसभा के लिए भी एक ही चरण में 20 फरवरी को मतदान होगा। राज्य में एक हजार तीन सौ चार उम्मीदवार मैदान में हैं। साहनेवाल और पटियाला सीटों के लिए सबसे अधिक 19, जबकि दिननगर सीट के लिए सबसे कम पांच उम्मीदवार मैदान में हैं।
मणिपुर में विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए, छह जिलों की अड़तीस सीटों पर 28 फरवरी को मतदान होगा, इनमें से एक सीट अनुसूचित जाति के लिए और आठ सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए सुरक्षित हैं। इस चरण में 38 सीटों के लिए 15 महिलाओं सहित 173 उम्मीदवार मैदान में हैं। सेकमई, सैकोट और सैकुल सहित तीन सीटों के लिए सबसे ज्यादा आठ उम्मीदवार मैदान में हैं। हींगांग, नंबोल और थंगा सहित तीन निर्वाचन क्षेत्रों में भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवारों के बीच सीधा मुकाबला है।
मणिपुर में विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में, दस जिलों की 22 सीटों पर 5 मार्च को मतदान होगा, इनमें से 11 सीटें अनुसूचित जनजातियों के लिए सुरक्षित हैं।
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के छठे चरण के साथ-साथ मणिपुर में दूसरे और अंतिम चरण के मतदान के लिए नामांकन पत्रों की जांच सोमवार को की गई। उत्तर प्रदेश में कुल 706, जबकि मणिपुर में 94 नामांकन वैध पाए गए। आज शाम तक नाम वापस लिए जा सकते हैं।
उत्तर प्रदेश में सातवें और अंतिम चरण के विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया इस समय चल रही है। कल शाम तक कुल 159 नामांकन दाखिल किए गए। पर्चे कल तक दाखिल किए जा सकते हैं। शुक्रवार को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी। 21 फरवरी तक नाम वापस लिए जा सकते हैं।
कोविड संक्रमण मामलों में गिरावट को देखते हुए निर्वाचन आयोग ने चुनाव वाले राज्यों में प्रचार में ढील दी है। संशोधित निर्देशों के अनुसार, इन राज्यों में सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक प्रचार किया जा सकेगा। उम्मीदवारों को प्रचार के दौरान राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के कोविड दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा।
आयोग ने कहा है कि राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों को अब निर्दिष्ट खुले स्थानों की क्षमता या एसडीएमए द्वारा निर्धारित सीमा के अधिकतम 50 प्रतिशत तक अपनी बैठकें और रैलियां आयोजित करने की अनुमति है। पदयात्रा की अनुमति व्यक्तियों की संख्या से अधिक नहीं होगी और केवल जिला अधिकारियों की पूर्व अनुमति से ही दी जाएगी।
चुनाव आयोग ने देश के साथ-साथ मतदान वाले राज्यों में कोविड मामलों में पर्याप्त कमी पर ध्यान दिया। तथ्यों और परिस्थितियों के आधार पर, चुनाव में अधिक से अधिक भागीदारी के लिए राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों की आवश्यकता के आधार पर, तत्काल प्रभाव से चुनाव प्रचार के प्रावधानों में और ढील दी है। आयोग ने कहा कि चुनाव प्रचार से जुड़े अन्य सभी मौजूदा प्रावधान काम करते रहेंगे। (Aabhar Air News)