उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के छठे चरण के मतदान के लिए तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इस चरण में 10 जिलों की 57 विधानसभा सीटों पर कल मतदान होगा। इनमें अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित 11 सीटें शामिल हैं। इनमें बलिया, बलरामपुर, सिद्धार्थ नगर, बस्ती, संत कबीर नगर, अम्बेडकर नगर, महाराजगंज, कुशीनगर, गोरखपुर और देवरिया जिले शामिल हैं। कुल 676 उम्मीदवार मैदान में हैं। तुलसीपुर, गोरखपुर ग्रामीण और पडरौना सीटों पर सबसे अधिक 15, जबकि सेलमपुर से सबसे कम सात उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं।
इस चरण के प्रमुख भाजपा उम्मीदवारों में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उनके कैबिनेट सहयोगी जय प्रकाश निषाद और उपेंद्र तिवारी, पूर्व मंत्री फतेह बहादुर सिंह, धर्मराज निषाद, प्रदेश पार्टी उपाध्यक्ष दया शंकर सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही शामिल हैं। सुरेंद्र कुमार कुशवाहा, राजेश त्रिपाठी, शैलेश कुमार सिंह, मनीष कुमार, कैलाश नाथ, राम प्रताप वर्मा, कपिल देव वर्मा, सुरेंद्र चौरसिया, सुभाष राय, अजय सिंह, बजरंग बहादुर सिंह और त्रिवेणीराम के साथ शलभ मणि त्रिपाठी शामिल हैं। भाजपा गठबंधन सहयोगी निषाद पार्टी ने डॉ. असीम कुमार राय, अवधेश द्विवेदी, ऋषि और केतकी सिंह को मैदान में उतारा है।
समाजवादी पार्टी ने अजय प्रताप सिंह, विक्रम यादव, त्रिभुवन दत्त, पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य, विनय शंकर तिवारी, डॉ शिव प्रताप यादव, राम मूर्ति वर्मा, ब्रह्मशंकर त्रिपाठी, संग्राम सिंह, नारद राय, राम अचल राजभर और शंखलाल मांझी, अब्दुल मसूद खान, हसीब खान, उदय नारायण, कुंवर कौशल सिंह, राम गोविंद चौधरी, रामभूल निषाद, काजल निषाद, फसीहा मंजर गजाला लारी और शुभवती उपेंद्र दत्त शुक्ला को मैदान में उतारा है।
बहुजन समाज पार्टी ने पूर्व मंत्री राज किशोर सिंह, ख्वाजा शम्सुद्दीन, सुरेश तिवारी, राम सरन, अमन मणि त्रिपाठी, परवेज आलम, पवन कुमार उपाध्याय, इलियास अंसारी, राजेंद्र सेही, चंद्र प्रकाश वर्मा, डॉ राजेश सिंह, शिवदास प्रसाद वर्मा, अलाउद्दीन, राम प्रताप, प्रतीक पांडे, शबाना खातून, केशरा देवी गौतम, पुष्पा शाही और ईशू चौरसिया को अपना उम्मीदवार बनाया है।
कांग्रेस प्रत्याशी मनोज सिंह, सुरेंद्र कुमार निषाद, डॉ. इश्तियाक अहमद खान, दीपेंद्र सिंह दीपांकर, मेराजुद्दीन, जैनेंद्र, ओमप्रकाश, वीरेंद्र चौधरी, सदा मोहन उपाध्याय, लबोनी सिंह, सत्यंबडा, डॉ. रागिनी पाठक, प्रियंका, निशात फातिमा, सोनिया शुक्ला, अंबर जहां, शाहला अहरारी और डॉ. चेतना पांडे भी मैदान में हैं।
आम आदमी पार्टी ने विजय कुमार श्रीवास्तव, राजेंद्र प्रसाद निषाद, हरि नारायण चौहान, जिया-उल हक, कौशल किशोर मणि, रविशंकर, संजय कुमार राय, हरिश्चंद्र यादव, हिदायतुल्ला, राम बरन प्रजापति और मूल चंद जायसवाल को मैदान में उतारा है।
आजाद समाज पार्टी से भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद, जदयू के अवलेश, श्रीकांत सिंह और संदीप कुमार मल्ल, अटल बिहारी सिंह, आनंद प्रकाश चौरसिया, भाकपा के संजय कुमार दुबे और मतीउल्लाह, इरफान अहमद, अब्दुल मन्नान, शमीम खान, शहाबुद्दीन एआईएमआईएम के साथ-साथ संग्राम सिंह तोमर और लोजपा (रामविलास) के सागर सिंह भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
राज्य में सातवें और अंतिम चरण तथा असम में माजुली सीट के उपचुनाव के लिए प्रचार तेज हो गया है। स्टार प्रचारक और विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रमुख नेता जनसभाएं कर रहे हैं। मतदाताओं से घर-घर जाकर प्रचार और वर्चुअल अपील भी की जा रही है।
मणिपुर में दूसरे चरण के मतदान के लिए भी प्रचार में तेजी आ गई है। इस चरण में शनिवार को दस जिलों की 22 सीटों पर मतदान होगा। इनमें 11 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए सुरक्षित हैं। दो महिलाओं सहित 92 उम्मीदवार मैदान में हैं। वांगखेम सीट के लिए सबसे ज्यादा आठ उम्मीदवार मैदान में हैं। चंदेल और नुंगबा समेत दो निर्वाचन क्षेत्रों में भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवारों के बीच सीधा मुकाबला है।
चुनाव के सुचारू संचालन के लिए पर्याप्त संख्या में ईवीएम के साथ-साथ वीवीपैट मशीनों की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। इसमें मतदाताओं को पहचान पुष्टि पर्ची दी जाती है। निर्वाचन आयोग कोविड और ओमिक्रॉन के संक्रमण के मद्देनजर सुरक्षित मतदान पर ध्यान दे रहा है।
आयोग ने एक मतदान केंद्र में डेढ़ हजार मतदाताओं के स्थान पर अब एक हजार दो सौ पचास मतदाताओं को अनुमति देने का फैसला किया है। गोवा, मणिपुर, पंजाब, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के मतदान वाले राज्यों में मतदान केंद्रों की संख्या में एक बड़ा बदलाव आया है।
कोरोना से संक्रमित और संदिग्ध संक्रमित व्यक्तियों, दिव्यांगजनों और 80 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के लिए डाक मत पत्र के विकल्प की सुविधा दी गयी है। इन लोगों को घर पर या संस्थागत पृथकवास में रहने का सक्षम प्राधिकारी से प्रमाण पत्र दिखाना होगा।
आयोग ने संबंधित मुख्य निर्वाचन अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं कि मतदान केन्द्र पर पीने का पानी, प्रतीक्षालय, शौचालय, रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था, दिव्यांगजनों के लिए रैंप आदि की सुविधाएं हों। मतदान केंद्र पर सेनिटाइजेशन, प्रवेश द्वारों पर मतदाताओं की थर्मल जांच के लिए मतदान कर्मचारी या पैरामेडिकल स्टाफ या आशा कार्यकर्ता होंगे।
कोविड महामारी को देखते हुए सभी निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान का समय एक घंटे बढ़ा दिया गया है। क्वारंटीन में रह रहे कोविड मरीज स्वास्थ्य अधिकारियों के निर्देशन में और कोविड उपायों का सख्ती से पालन करते हुए मतदान के अंतिम घंटे मे वोट डाल सकेंगे। प्रत्येक मतदान केंद्र में दस्ताने उपलब्ध कराने और इस्तेमाल किए गए दस्तानों के निस्तारण की व्यवस्था की गई है। (Aabhar Air News)